किऊल स्टेशन पहुंचने से करीब एक किलोमीटर पहले मौर्या एक्सप्रेस ट्रेन में ट्रैक किनारे पड़ी हुई रेल पटरी(स्लीपर) घुसने से एक यात्री की दर्दनाक मौत हो गई। दो अन्य यात्रियों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। रेलवे इसे नक्सली घटना बता रहा है। जांच को तकनीकी टीम के साथ पहुंचे डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने कहा कि 10-12की संख्या में नक्सलियों ने स्लीपर खड़ा कर घटना को अंजाम दिया होगा।
घटना हावड़ा-पटना मेन लाइन में किऊल-झाझा रेलखंड पर किऊल आउटर सिग्नल के पहले रेल पुलिया के पास हुई। ट्रेन झाझा से पटना की ओर जा रही थी। ट्रेन पूरी रफ्तार में थी और ट्रैक बदलने को रेल पटरी के बगल में ही रखा स्लीपर का टुकड़ा नीचे से जेनरल बोगी की फर्श तोड़ते हुए जा घुसा। पटरी इतनी तेजी से अंदर घुसी कि यात्री के शरीर को चीरते हुए निकल गई, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। यात्री बोगी की साइड वाली एकल सीट पर एक अन्य यात्री के साथ बैठा था। वहीं, दो अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
दूसरी बोगी जोड़कर बढ़ाई गई ट्रेन
दुर्घटना के समय ट्रेन बढ़ती हुई किऊल पहुंच गई, इधर जेनरल बोगी में यात्री के जख्मी शरीर से निकले खून को देख अफरा-तफरी मच गई थी। आरपीएफ और जीआरपी पुलिस पहुंच कर घायलों को उतारा। वहीं मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया। किऊल में दुर्घटनाग्रस्त बोगी को काटकर दूसरी जेनरल बोगी जोड़कर ट्रेन रवाना की गई।
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