धनबाद: झारखण्ड के मजदूर संगठनों ने 16 अप्रैल को हड़ताल बुलाई है. इससे कोयला उत्पादन विभाग को काफी घाटा होने का अंदेशा है. इस कारण कोयला मंत्री ने बातचीत के जरिये यूनियन नेताओं को मनाने की कोशिश की लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया. यही कारण है कि 16 अप्रैल को होने वाली हड़ताल के लिए यूनियन नेता और मजदूर तैयारी में जुट गये हैं.
रेल मंत्री ने दो बार की मनाने की कोशिश
कल रेलमंत्री पियूष गोयल ने मुंबई के ठाणे में यूनियन नेताओं से बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश की. लेकिन इसमें विफल हो गये. इससे पहले 1 अप्रैल को भी पियूष गोयल ने यूनियन नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक कर उन्हें समझाने की कोशिश की थी. लेकिन वो वार्ता भी असफल हो गई थी.
नहीं टलेगी हड़ताल
कोल इंडिया के यूनियन नेताओं ने साफ किया है कि वार्ता विफल रही है. ना तो रेल मंत्री उनकी तकलीफ समझते हैं, ना उनकी मांगें मान रहे हैं. इसलिए ये हड़ताल तो होकर रहेगी. मजदूर और कोल इंडिया अपने अस्तित्व को बचाने के लिए हड़ताल के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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