फिल्म कोयला माफिया का ट्रेलर यू ट्यूब फिल्म के लेखक झरिया निवासी एस इकबाल ने अपलोड किया था। जमंस कुंती गुट के शैलेंद्र कुमार सिंह की शिकायत के बाद यू-ट्यूब से डिलिट कर दिया। ...
झरिया, काले हीरे की धरती झरिया। चार दशक से यहां सिंह मैंशन का दबदबा हैं। मैंशन के सूर्यदेव सिंह, उनकी पत्नी कुंती देवी व पुत्र संजीव सिंह झरिया के विधायक रहे। परिवार की इंदु देवी मेयर रहीं। श्रमिक संगठन जनता मजदूर संघ के माध्यम से परिवार मजदूर राजनीति में सक्रिय है। इस परिवार पर फिल्म बनाई गई है कोयला माफिया। उसका ट्रेलर भी यू ट्यूब पर लोड हुआ है। नतीजा सिंह मेंशन समर्थक भड़क गए हैं। फिल्म से मैंशन की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा झरिया थाना में शिकायत की गई है।
फिल्म कोयला माफिया का ट्रेलर भी यू ट्यूब फिल्म के लेखक झरिया निवासी एस इकबाल ने अपलोड किया है। शिकायतकर्ता जमंस कुंती गुट के पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि ऐसी फिल्म बनाकर सिंह मैंशन को बदनाम करने का काम किया गया है। सिंह मैंशन व जमसं के लोग दशकों से राजनीतिक व सामाजिक रूप से गरीबों, मजदूरों की सेवा कर रहे हैं। फिल्म में मेंशन को माफिया व हत्यारा बताया गया है। मेंशन के विरोधियों ने फिल्म के निर्माता, निर्देशक व लेखक से मिलकर मनगढंत कहानी गढ़ी और फिल्म बनवाई है। फिल्म का निर्माण मेंशन को बदनाम करने को किया गया है। मेंशन के लोगों को कोयला माफिया, हत्यारा बताकर पेश किया गया है। ऐसा ट्रेलर में दिखाया भी गया है। इससे तनाव पैदा होगा
डेढ़ घंटे की फिल्म में हैं चार गाने, सितंबर में हो सकती रिलीज : इकबाल
सना आफरीन फिल्म्स के बैनर तले बन रही कोयला माफिया फिल्म के पटकथा लेखक एस इकबाल ने बताया कि यह 152मिनट की है। इसमें चार गाने हैं। शूटिंग रांची व मुंबई में चार माह पूर्व हो चुकी है। इसके निर्माता-निर्देशक वॉलीवुड के टीनू आनंद हैं। कलाकार यशपाल शर्मा, जतिन साना, इरफान खान, राजकुमार राव व मोना अलीशा ने शानदार अभिनय किया है। फिल्म की एडिटिंग बाकी है। सितंबर में फिल्म की वेब सीरीज जी फाइव रिलीज होने की संभावना है। हालांकि अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। शिकायत के बारे में जानकारी नहीं है। अभी हम झरिया से बाहर हैं।
जमसं नेता ने शिकायत की है। छानबीन कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- पीके सिंह, थाना प्रभारी, झरिया।
कोयला माफिया के ट्रेलर में गलत तथ्य दिखाए गए हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। सरकार और पुलिस को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। पर्दे के पीछे जो साजिशकर्ता है उसे बेनकाब कर कार्रवाई हो।
|