आज सुबह रेलवे की घोर लापरवाही सामने आई है। गया-आसनसोल ईएमयू पैसेंजर ट्रेन धनबाद स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक की रेल पटरी की जगह मालगाड़ी की ट्रैक (डाउन मेन लाइन) पर दौड़ पड़ी। आनन-फानन में चालक ने ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। तब आधे से ज्यादा यात्री प्लेटफार्म की जगह रेल पटरी पर उतर गए। घटना सुबह करीब साढ़े 11 बजे की है। गया से चलकर ट्रेन धनबाद स्टेशन के होम सिग्नल पर पहुंची थी। ईएमयू के एक नंबर प्लेटफार्म पर आने की घोषणा की जा रही थी। दरअसल इसी ट्रेन का नंबर बदलकर इसे धनबाद से आसनसोल भेजा जाता है। बहरहाल आसनसोल जाने वाले यात्री एक नंबर प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। लेकिन आरआरआई में पैनल संभाल रहे स्टेशन मास्टर और सहायक स्टेशन मास्टरों ने ट्रेन के लिए गलत प्वाइंट सेट कर दिया। ट्रेन एक नंबर और दो नंबर प्लेटफार्म के बीच में मालगाड़ी के लिए बनी मेन लाइन में घुस गई। लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट को गलत ट्रैक का आभास हुआ तो ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी, लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी। बीच मंझधार में फंसे यात्री पटरी पर ही उतरने लगे। चालक ने कंट्रोल को मामले की जानकारी दी। इसके बाद रेलवे में हड़कंप मच गया।
रेलवे के लिए यह साधारण घटना नहीं है। इस घटना से ट्रैफिक विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। ट्रैक का प्वाइंट सेट करने वाले स्टेशन मास्टर और असिस्टेंट स्टेशन मास्टरों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। शुरुआत में घटना को छिपाने का भी प्रयास किया गया। लेकिन पीछे होम सिग्नल पर दून एक्सप्रेस के आ जाने से स्थिति बिगड़ गई।
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