एक तरफ लॉक डाउन से पूरा विश्व गुजर रहा है और दूसरी ओर हमारा प्रयास रात दिन कही भी किसी भी छेत्र में हो मदद को तैयार क्योंकि सबसे ज्यादा नुकसान गरीब, निचले तबकों के लोग ओर बंधुआ मजदूरों को हुआ है क्योंकि वो सब प्रत्येक दिन काम करके अपनी मेहनत से जीवन यापन करते हैं पर ऐसे में वो लोग क्या करेंगे। समाज के हर तबको से अनुरोध है वो आगे आये और अपनी जिम्मेदारी विनम्रता पूर्वक निभाये ताकि भूख से कोई न तड़पे।
रोहित भारती ने हमारे संवादाता से बात करते हुए बताया की उनके एक मित्र का कॉल आया था आलोक कुमार जो नगर निगम में कार्यरत हैं, मुझे बताया कि नेपाल मंदिर डॉम बस्ती तेलीपाड़ा के निकट पांच अलग अलग गरीब व्यक्ति जो मजदूर हैं, उनके साथ उनका परिवार भी है ओर छोटे छोटे बच्चे भी हैं बहुत रो रहे हैं। मैंने कहा मैं आता हूँ वही रहो तुम फिर उसके घर पहुंचा तो बहुत बुजुर्ग दादी थी बोली बेटा एक से नही होतो एक पैकेट ओर दे हमने दे दिया उसके बाद दादी ने कहा कि बाबू बहुत खुश रह उन्होंने आशीर्वाद भी दिया काफी अच्छा लगा उनका जज्बा मैं सलाम करता हूँ। प्रत्येक दिन जरूरतों को पूरा कर जरूरतमंद के बीच जाकर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाता हूँ।
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