मुंबई पुलिस ने टीवी अभिनेता आलोक नाथ के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है। ओशिवारा पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया गया है। मीटू मूवमेंट के तहत टेलीविजन लेखिका विनता नंदा ने बीते दिनों एक्टर आलोक नाथ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद कई और अभिनेत्रियों ने भी आलोक नाथ के दुर्व्यवहार की बात कही। हालांकि आलोक नाथ ने इन आरोपों को झूठा बताया है। कुछ दिन पहले आलोक नाथ ने विनता नंदा के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। उनकी पत्नी ने 12 अक्टूबर को अम्बोली पुलिस स्टेशन में एक खत लिखा था। आलोक नाथ ने निचली अदालत से भी गुजारिश की थी कि वो उनके खिलाफ किए गए मानहानि मामले पर संज्ञान लें और इसकी जांच करवाएं।
'मी टू' मुहिम के दौरान जिन लोगों पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे थे उनके खिलाफ प्राथमिक दर्ज करने और उन पर मुकदमा चलाने की मांग करने वाली दो याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में बीते सोमवार को खारिज हो गईं। कोर्ट ने साफ किया कि जब पीड़िता खुद अदालत का रूख करेगी तभी मामले पर विचार किया जाएगा। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एस के कौल और जस्टिस के एम जोसेफ की पीठ ने वकील एमएल शर्मा और महेश कुमार तिवारी की ओर से दायर दो अलग-अलग पीआईएल को खारिज कर दिया। इन वकीलों ने यौन दुर्व्यवहार और महिलाओं पर हमले को लेकर जनहित याचिकाएं लगाई थीं। ये महिलाएं अब सामने आई हैं और आरोपियों का नाम लिया है।
बेंच ने शर्मा से पूछा कि इस मामले में आपकी क्या हैसियत है और कहा कि अगर कोई पीड़िता अपनी शिकायत लेकर अदालत आती तो समझा जा सकता है। अदालत ने कहा कि वह जनहित याचिका पर विचार नहीं कर सकती है।
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