दीपक का फाइल फोटो
अपने मां-बाप का इकलौता था दीपक
राजधानी में नगर निगम और जल पर्षद की लापरवाही का खामियाजा एक मासूम को भुगतना पड़ा। शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पुनाईचक संप हाउस के नाले में गिरकर दस वर्ष का दीपक लापता हो गया। वह अपने पिता गुड्डू राम को खाने का टिफिन पहुंचाकर पुनाईचक के मोहनपुर स्थित अपने घर लौट रहा था। चार भाई बहनों में दीपक दूसरे नंबर का था। इकलौता पुत्र होने के कारण दीपक अपने मां-बाप और बहनों का दुलारा था।
उसके पिता बोरिंग रोड स्थित यमुना अपार्टमेंट के पास ठेला पर फल और पानीफल सिंघाड़ा बेचते हैं। वहां से लौटते समय राजेश पथ स्थित संप हाउस के हौज की बाउंड्री पर चढ़कर वह जा रहा था। वहीं खड़ी एक गाय से बचने के चक्कर में उसका संतुलन बिगड़ा और करीब 12 फीट गहरे हौज में गिरकर अंडरग्राउंड नाले में बह गया। उस समय संप हाउस चल रहा था। वहां पानी का बहाव तेज था। देर रात तक दीपक का पता नहीं चल सका था। उसके साथ उसका दोस्त राहुल था, जिसने शोर मचाकर और दीपक के घर जाकर घटना की जानकारी दी। लोग उसकी आवाज सुन संप हाउस बंद कराने के लिए भागे। इस बीच लगभग 10 मिनट तक पूरी क्षमता से संप हाउस चलता रहा। संप बंद होने के बाद जब हॉज का पानी कम हुआ तो लोगों ने दीपक को ढूंढ़ा, लेकिन वह कहीं नहीं दिखा।स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना नगर निगम अधिकारियों को देने के लिए फोन किया। लेकिन न तो नगर आयुक्त से बात हो पाई और न ही अन्य अधिकारी ने फोन उठाया। तब डीएम कुमार रवि को इसकी सूचना दी गई। उन्होंने तत्काल निगम और पुलिस के पदाधिकारियों को सूचना भिजवाई और बचाव कार्य के लिए निर्देश दिए।
साढ़े तीन घंटे बाद शुरू हुआ बचाव कार्य
घटना के करीब डेढ़ घंटे बाद निगम के अधिकारी पहुंचे। संसाधन विहीन पटना नगर निगम के कर्मचारी बिना मास्क के पहुंचे। कोई निगमकर्मी अंदर नहीं जा पाया। जेसीबी से कई जगहों पर खुदाई की गई। निगम के फेल होने पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को सूचना दी गई। साढ़े तीन घंटे बाद एनडीआरएफ के डीप ड्राइवर पहुंचे तब सही रूप में बचाव कार्य शुरू हुआ।
नगर निगम अपने स्तर से तलाश कर रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के डीप ड्राइवर की भी मदद ली जा रही है। अलग-अलग शाखा में नाला बंटे होने के कारण परेशानी हो रही है।
- विशाल आनंद, उप नगर आयुक्त सफाई
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