स्थानीय विधायक व बिहार सरकार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा के घर अर्जुन टोल में शनिवार को एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने दो घंटे तक कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की। ढोल बजाकर पुलिस ने इश्तेहार चिपकाया। लगभग दस बजे सुबह में आईओ सह थानाध्यक्ष रंजीत रजक दल-बल के साथ वहां पहुंचे। इश्तेहार तामिला कराने के बाद आईओ ने घर के मुख्य द्वार पर इश्तेहार चिपकाया। एसपी, एएसपी व दो डीएसपी की मौजूदगी में हुई कुर्की-जब्ती हालांकि, एसपी के जाने के बाद भी देर शाम तक कुर्की की कार्यवाही चलती रही। इसके लिए एसपी पौने एक बजे अर्जुनटोल पहुंचे थे। उनके पहुंचते ही कुर्की-जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी गई। कुर्की-जब्ती में पुलिस ने लाखों रुपए के सामान को जब्त किया है। पुलिस सिर्फ शौचालय के दरवाजा को छोड़ दिया है बाकी सभी गेट व खिड़की व चौखट को घर से अलग कर दिया। जब्त सूची के अनुसार पलंग, सोफा, गद्दा, समाज कल्याण विभाग की डायरी, पाइप, रस्सी, बर्तन, सीलिंग फैन, आधा दर्जन चौकी, टेबल समेत अन्य सामानों को जब्त किया गया है। चार ट्रैक्टर सामान लादकर पुलिस थाना ले गई।
एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि बहुत दिनों से मंजू वर्मा फरार चल रही हैं। कोर्ट के आदेश के आलोक में कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। विदित हो कि मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर के साथ मंजू वर्मा के पति के साथ लगातार बातचीत होने का मामला उजागर के बाद सीबीआई ने चेरियाबरियारपुर के अर्जुनटोल स्थित मंजू वर्मा के घर पर छापेमारी की थी। इसमें सीबीआई को 50 कारतूस बरामद हुआ था। इसके बाद मंजू वर्मा और चन्द्रशेखर वर्मा को आरोपित बनाकर सीबीआई ने स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में चन्द्रशेखर वर्मा जेल में हैं जबकि दूसरी आरोपित मंजू वर्मा गिरफ्तारी के डर से फरार चल रही हैं।
समर्थक ने जताया कुर्की-जब्ती का विरोध
जदयू के जिला उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि यहां कुर्की-जब्ती की कार्रवाई गलत है। यह घर पूर्व विधायक स्व. सुखदेव महतो व चंद्रशेखर वर्मा का है। मंजू वर्मा स्थानीय विधायक हैं और उनका आवास पटना में मिला हुआ है। अधिकारी मंजू वर्मा के नाम से कोई सबूत दें, जो उनका घर है।
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