रांची. झारखंड राज्य का 18 वां स्थापना दिवस समारोह 15 नवंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर सुबह से ही कई सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन होगा। सुबह में राज्यपाल और मुख्यमंत्री कोकर डिस्टलरी पुल के पास स्थित बिरसा समाधि स्थल में पुष्पांजलि अर्पित कर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देंगे।
मुख्य समारोह स्थल पर भव्य टेंट बनाया गया है
इसके बाद मोरहाबादी मैदान में मुख्य समारोह का आयोजन होगा। इसमें करोड़ों रुपए की आधारभूत संरचना के प्रोजेक्ट का शिलान्यास होगा। वहीं, ग्रामीण महिलाओं के उत्थान और युवाओं को रोजगार देने के लिए नियुक्ति पत्र का वितरण किया जाएगा। इधर, स्थापना दिवस समारोह की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। मोरहाबादी मैदान स्थित मुख्य समारोह स्थल पर भव्य टेंट बनाया गया है।मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम छह बजे से शुरू होगा।
बिजली के खंभे पर डेकोरेटिव लाइटिंग की गई है
बाहर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। स्टेट गेस्ट हाउस के सामने से लेकर मोरहाबादी मैदान को दुल्हन की तरह सजाया गया है। पूरे शहर में सभी मार्गों में स्थित बिजली के खंभे पर डेकोरेटिव लाइटिंग की गई है। स्थापना दिवस समारोह को आम जन का समारोह बनाने के लिए कई तरह के प्रयास किए गए हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए मोरहाबादी मैदान के चारों ओर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है और खिलौने सजाए गए हैं।
विरोध करने वालों पर होगी कार्रवाई
रांची। राज्य स्थापना दिवस के दिन पारा शिक्षक तथा अन्य संगठन द्वारा विरोध प्रदर्शन करने की सूचना सरकार को मिली है। सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि झारखंड स्थापना दिवस पूरे राज्य और यहां के निवासियों के लिए गौरव का दिन है। इसलिए उस दिन किसी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्थापना दिवस के दिन कोई विध्न डालता है या विरोध करता है, तो इसे राज्य के असम्मान के रूप में लिया जाएगा। वैसे लोगों को चिन्हित कर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्हें अगले दिन से ही कार्य मुक्त कर दिया जाएगा। सरकार विरोध-प्रदर्शन की वीडियोग्राफी के साथ-साथ अन्य माध्यमों से भी जानकारी लेगी।
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