राँचीझारखंड इस वर्ष अल्पवृष्टि के दौर से गुजर रहा है। अगस्त के 14 दिन गुजर जाने के बाद भी राज्य के दो जिले पूर्वी सिंहभूम एवं लोहरदगा को छोड़ अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। सबसे खराब स्थिति खूंटी, चतरा, गढ़वा एवं कोडरमा जिले की है, जहां 13 अगस्त तक 40 से 50 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। पूरे झारखंड में अब तक सामान्य से 26 प्रतिशत कम बारिश दर्ज हुई है। जबकि रांची में अब तक सामान्य से 33 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक गत मंगलवार तक राज्य में 68 प्रतिशत रोपाई पूर्ण होने का दावा किया गया है। सरकार ने भी अगस्त तक बारिश के आकलन की बातें कही है। इसके बाद ही सरकार कोई अंतिम निर्णय लेगी। झारखंड में जून से अक्टूबर तक रहता है मानसून : मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में जून से अक्टूबर के बीच मानसून का समय रहता है। अक्टूबर में मानसून वापसी की स्थिति में रहती है। कभी-कभी मानसून वापसी अवधि में भी अच्छी बारिश देकर लौटती है।
अगले तीन दिन में अच्छी बारिश हो सकती है, स्थिति सुधरेगी
निश्चित ही इस वर्ष बारिश कम हो रही है। चार जिलों में काफी कम बारिश हुई है। जबकि अन्य जिलों में भी सामान्य से कम बारिश ही दर्ज की गई है। मगर अगले तीन से चार दिनों में ओवर ऑल प्रतिशत में 3 से 4 प्रतिशत कमी आ सकती है। क्योंकि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम बन रहा है, जिससे अगले तीन से चार दिनों में अच्छी बारिश हो सकती है।
आरएस शर्मा, मौसम वैज्ञानिक, मौसम केंद्र, रांची
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