: झारखंड की राजधानी रांची में भी अब विदेश की तर्ज पर वॉच टावर का निर्माण होगा. ओल्ड जेल परिसर स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग ने लगभग 125 मीटर ऊंचे वॉच टावर के निर्माण का निर्णय लिया है. वॉच टावर पर एक रिवॉल्विंग रेस्टोरेंट का निर्माण किया जायेगा, जिसमें बैठकर लोग लजीज व्यंजनों का लुफ्त तो उठाएंगे ही. साथ ही सवा सौ मीटर की ऊंचाई से इस खूबसूरत शहर का दीदार कर पायेंगे. इस टावर तक पहुंचने के लिए तीन लिफ्ट भी लगाया जाएगा.
टावर के निर्माण के प्रारूप पर सहमति बनी
टावर के निर्माण के प्रारूप पर लगभग सहमति बन गई है. कंसल्टेंट कंपनी ने इसके लिए कई देशों के वॉच टावर का मॉडल पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विभागीय सचिव अजय कुमार सिंह के समक्ष पेश किया है. नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने वॉच टावर निर्माण को हरी झंडी देते हुए इस दिशा में आगे बढ़ने का निर्देश दिया है.
क्या होगा इस वाच टावर में खास
ऊंचाई लगभग 125 मीटर.
लागत लगभग 55 करोड़ रुपया.
टावर के ऊपरी हिस्सा में होगा रिवॉल्विंग रेस्टोरेंट.
लगभग 100 लोगों के एक साथ बैठने की होगी रेस्टोरेंट की क्षमता.
रेस्टोरेंट में किचन, बार एरिया, लाउंज, सीटिंग एरिया और टॉयलेट के लिए अलग-अलग जगह चिन्हित होंगे.
वॉच टावर में टूरिस्ट को देखने के लिए कुछ अलग से क्षेत्र निर्धारित किया जाएगा.
टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंटर का भी निर्माण किया जायेगा.
जमीन से 100 फीट की ऊंचाई पर 1 फ्लोर का निर्माण होगा, जहां से लोग रुककर चाहे तो भगवान बिरसा मुंडा की 100 फीट ऊंची प्रतिमा का दर्शन कर पाएंगे. उसके बाद फिर वह रेस्टोरेंट के लिए लिफ्ट के सहारे आगे बढ़ पाएंगे.
वॉच टावर के ठीक सामने भगवान बिरसा मुंडा की 100 फीट ऊंची मूर्ति होगी. पार्क में लाइट एंड साउंड शो की भी व्यवस्था रहेगी.
सरकार रांचीवासियों को विश्वस्तरीय सुविधा देना चाहती है
गौरतलब है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजधानी रांची में नगर विकास विभाग की चल रही योजनाओं की समीक्षा की थी. आधारभूत संरचना में कई बदलाव के निर्देश भी दिए थे. इसी क्रम में बिरसा स्मृति पार्क में टावर बनाने का निर्णय लिया गया है. मालूम हो कि भारत में 125 मीटर ऊंचा कोई ऐसा टावर अब तक नहीं है, जिस पर रेस्टोरेंट का निर्माण हुआ हो, लेकिन विदेशों में ऐसी व्यवस्था है. लिहाजा सरकार चाहती है कि राजधानी रांची के लोगों को भी कुछ विश्वस्तरीय सुविधाएं उनके अपने शहर में ही उपलब्ध कराई जाए.
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