धनबाद में रुक-रुक कर लगातार हो रही बारिश से कुमारधुबी की झिलिया नदी का पानी उफान पर आ गया। इससे आसपास के इलाकों में बाढ़ आ गई है। झिलिया नदी से सटे कुमारधुबी, मैथन व चिरकुंडा नगर पंचायत क्षेत्र के करीब एक हजार परिवार प्रभावित हैं। दर्जनों घर पानी में डूब गए हैं। एक करोड़ से अधिक की संपत्ति बर्बाद हो गयी है। 100 से अधिक प्रभावित परिवारों ने स्कूल, क्लब एवं मंदिर में शरण ली है। कई परिवार छत पर और कई दो मंजिला पर दूसरों के घर में ठहरे हुए हैं।
वहीं, कुमारधुबी स्थित डीपीएस (डिसरगढ़ पावर सबस्टेशन) में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे रात दस बजे से ही बिजली आपूर्ति बाधित है। कुमारधुबी की आधी व चिरकुंडा की पूरी आबादी प्रभावित है। मैथन डैम से पेयजलापूर्ति की राइजिंग पाइप भी टूट गयी है। इससे जलापूर्ति ठप है। ग्रामीण पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे एक गांव से दूसरे गांव तक जाने का संपर्क मार्ग बाधित हो गया है।
रात 12 बजे के बाद आयी बाढ़ : बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि रात करीब 12 बजे अचानक बाढ़ आ गयी। आनन-फानन में कुछ जरूरी सामान बटोरे और बच्चों के साथ घर से बाहर निकल गए। पड़ोस के लोगों ने काफी मदद की और सुरक्षित जगह पहुंचाया। बताया कि बाइक, टीवी, फ्रीज, अलमीरा, सोफा, पलंग, पंखा सहित अन्य कीमती सामान बाढ़ की तेज धारा में बह गये। किसी के डूबने या घायल होने की सूचना नहीं है।
डायवर्सन बहा: गिरिडीह में लगातार बारिश के चलते देवरी में डायवर्सन बह गया है। इससे देवघर-जमुआ रोड पर आवाजाही बंद हो गई है। रात में कई वाहन वहां फंसे, जो सुबह निकले। उधर, बोकारो में तेनुघाट के फाटक खोले जाने के बाद गरगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में गैस रिसाव तेज : झरिया-कतरास के भूमिगत आग प्रभावित क्षेत्रों में बारिश के कारण गैस रिसाव तेज हो गया है। झरिया क्षेत्र के चांद कुइयां मोड़ कई इलाकों में सड़कों पर जल जमाव हो गया है। ऐसे में भू-धंसान का खतरा बढ़ गया है। गैस रिसाव से दो दर्जन बस्तियों को खतरा पैदा हो गया है।
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