कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर नीतीश कुमार ने कहा कि राजनीति में आज युवा परिवार के दम पर आगे बढ़ रहे। उनकी पृष्ठभूमि देख लीजिए, क्या किया है उन्होंने? कहा कि राजनीति में युवा अपने बलबूते नहीं आएंगे तो राजनीति कुंठित हो जाएगी। राजनीति सही धारा से भटक चुकी है। जबतक छात्रों-युवाओं के बीच नया आंदोलन, बड़ा अभियान नहीं शुरू होगा तो राजनीति में कौन नौजवान आएगा। हमलोग छात्र आंदोलन से ही यहां तक पहुंचे हैं।
राजनीति में चल रही जुबानी जंग
नीतीश कुमार ने कहा कि राजनीति में आजकल जुबानी जंग चल रही है। कोई काम तो करना नहीं, दिन में पांच बार ट्वीट करना है। इससे राज्य या देश का क्या भला होना है? मैं ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देता। जबसे जनप्रतिनिधि हूं, सांसद, विधायक, केन्द्र में मंत्री, बिहार में मुख्यमंत्री के रूप में मौका मिला, पूरी निष्ठा से सेवा की। मेरी प्रतिबद्धता काम के प्रति है। करप्शन, क्राइम, कम्युनलिज्म को बर्दाश्त नहीं करेंगे। समाज में इज्जत तो उसी की होगी जो काम करेगा। जिनकी समाज सुधार में रुचि है, आने वाले समय में ऐसे लोग ही समाज का नेतृत्व करेंगे। जो अपनी सेवा में चिंतित हैं,उनका भविष्य उज्ज्वल नहीं है।
मेरा यकीन जातीय समीकरण में नहीं
नीतीश कुमार ने कहा कि उनका यकीन जातीय समीकरण में बिल्कुल नहीं है। 12साल में सबके विकास के लिए काम किया है। समाज में जो अलग-थलग पड़े हैं उनके लिए काम किया है। अल्पसंख्यक कल्याण के लिए जो काम हुआ, इससे पहले कभी हुआ था क्या? इस विभाग का पहले बजट 3करोड़ था, जो अब 800करोड़ है। मदरसा और संस्कृत शिक्षकों को पहले कितने रुपए मिलते थे। कहा कि जोकीहाट में हमने वोट नहीं मांगा, कहा हमारा काम देखो। वोट चाहे किसी को दीजिए।
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