समय न्यूज़ 24 डेस्क धनबाद :- बेंगलुरु में गैस सिलेंडर ब्लास्ट में मारे गए 27 वर्षीय मेराजुद्दीन अंसारी का शव सोमवार को धनबाद के तोपचांची प्रखंड के खरियो गांव के भेलवाटांड़ पहुंचा. शव पहुंचते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. पुत्र के शव को देखकर पिता सिराजुद्दीन अंसारी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. शव पहुंचने पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई. लोगों ने मृतक के परिजनों को ढाढ़स बंधाया. टुंडी विधायक मथुरा महतो भी जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और शोक संतप्त परिजनों से मिलकर सांत्वना दी. स्थानीय लोगों ने बताया कि 15 दिन पहले ही मेराजुद्दीन अंसारी बेंगलुरु काम के सिलसिले में गया था.वह बेंगलुरु के डिजिटेक कम्युनिटेक कंपनी में कार्य कर रहा था. 20 जनवरी को वह अपने कमरे में साथियों के साथ मिलकर खाना बनाने बना रहा था. इस दौरान एलपीजी गैस सिलेंडर ब्लास्ट हो गया.हादसे में पांच लोग जख्मी हो गए थे. जिसमें मेराजुद्दीन समेत बोकारो के सिजुआ के रहनेवाले 22 वर्षीय असलम अंसारी की मौत हो गई. असलम की मौत घटना के दिन ही हो गई थी. जबकि मेराजुद्दीन की मौत इलाज के दौरान हुई है. बोकारो के सिजुआ का अल्ताफ राजा, गुलाम मुस्तफा और इस्माइल अंसारी के साथ एक अन्य का इलाज बेंगलुरु के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है.
लोगों की माने तो सिलेंडर ब्लास्ट के बाद एक-दूसरे को बचाने की काफी कोशिश की गई. कोई भी साथी कमरे से भागा नहीं. एक-दूसरे को बचाने में ही काफी देर तक सभी कमरे के अंदर ही फंसे रहे. साथियों को बचाने के चक्कर में सभी झुलस गए. जिसमें से दो लोगों की मौत हो गई है.
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