समय न्यूज़ 24 डेस्क धनबाद :-
पति के निशानदेही पर अपराजिता की लाश को पुलिस ने किया बरामद हत्या में शामिल पति सहित ससुराल के चार लोग हिरासत में,मधुबन थाना क्षेत्र के सिनिडीह स्थित वर्कशॉप कॉलोनी की अपराजिता की गुमशुदगी एवं मौत की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है।
पति नीरज ससुर काशीनाथ झा सास शोभा देवी ननद विनीता और संगीता तथा भगिनी सृष्टि ने मिल कर की थी अपराजिता की निर्मम हत्या। जिस तरह से अपराजिता की हत्या की गई है हत्यारों ने हैवानियत और दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थी। ससुराल वालों ने एक महीने से ज्यादा समय तक अपराजिता को बांध कर बिना खाना पानी के एक महीने से ज्यादा समय कमरे में बंद करके रखा गया था। एक साजिश के तहत षड्यंत्र रचकर पहले उसकी हत्या की फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए मधुबन थाना में घर से भाग जाने की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराया।तकनीकी स्रोत के आधार पर मधुबन पुलिस ने जब अपराजिता के पति नीरज झा के साथ कड़ाई से पूछताछ की तो नीरज झा ने हत्या की बात कबूल कर ली । नीरज झा ने बताया कि अपराजिता की हत्या 10 दिसंबर को ही कर दी गई थी। इसके बाद दो दिनों तक लाश को घर पर ही रखा और मौका देखकर 12 दिसंबर को अपराजिता के लाश को प्लास्टिक के डबल बोरे में भर कर अपनी स्कूटी पर लाद राजगंज में नेशनल हाइवे कोलकाता से बनारस जाने वाली रोड के पास पुल के नीचे फेक दिया। पुलिस ने नीरज के बताए जगह से अपराजिता की लाश को बरामद कर लिया है। इधर पुलिस ने हत्या में शामिल चार लोगों की गिरफ्तार लिया है जबकि अभी दो लोगों की तलाश जारी है। पुलिस ने हत्या में कुल 6 लोगों के नाम से कांड अंकित किया है जिसमें अपराजिता के पति नीरज झा ससुर काशीनाथ झा सास शोभा देवी दो ननद विनीता और संगीता एवं भगिनी सृष्टि के विरुद्ध साजिशन हत्या करने,पुलिस को गुमराह करने तथा साक्ष्य छुपाने का कांड अंकित किया है गिरफ्तार किए गए चारों अभियुक्तों को पुलिस ने मेडिकल कराकर जेल भेजने की प्रक्रिया में लग गई है। उधर अपराजिता की लाश को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया है।
आपको बता दें कि सिनिडीह वर्कशॉप कॉलोनी स्थित अपने ससुराल से अपराजिता 24 दिसंबर से लापता थी जिसकी गुमशुदगी पुलिस के लिए एक पहेली बनी हुई थी। अपराजिता के ससुराल वालों की माने तो वे बिना किसी को कुछ बताएं अपने डेढ़ साल के बच्चे को छोड़ कर कहीं चली गई थी। जबकि अपराजिता को घर से निकल कर बाहर जाते किसी ने नहीं देखा था। मधुबन पुलिस के लिए भी यह एक कड़ी चुनौती थी कि इस मामले का उद्भेदन कैसे किया जाए। आस पड़ोस के लोग भी उसे नहीं पहचानते है जिससे पुलिस को कोई सुराग मिल सके। जबकि अपराजिता के मायके वाले ने बताया कि दहेज के लिए अपराजिता के ससुराल वाले उसके साथ मारपीट करते थे। तथा उसकी मां से उसे बात भी करने नहीं दिया जाता था वहीं दूसरी तरफ कोल कर्मी काशीनाथ झा अपना मोबाइल और चश्मा घर पर ही छोड़ कर फरार है। पुलिस गुत्थी को सुलझाने में लगी हुई है। पुलिस बुधवार को केस के सभी पहलुओं से पर्दा उठा दिया है।
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