Ranchi : रिम्स का हाल बेहाल हो चुका है. मरीज और उनके परिजन जान बचाने को लेकर हर तरह की दुहाई डाॅक्टरों और नर्सों को दे रहे हैं, पर हड़ताल में जाने के बाद से ही वे अमानवीय और संवेदनहीन हो चुके हैं. एक की गलती की सजा अब तक 25 जान गंवाकर भी मरीज नहीं चुका पाए हैं. 36 घंटे से अधिक हो जाने के बाद भी रिम्स हड़ताल खत्म होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मरीज के परिजन बार-बार मिन्नत करके हार मान चुके हैं और अब उन्होंने भी जूनियर नर्स और डाॅक्टरों के विरोध में सड़क जाम कर दिया है. रिम्स गेट के पास मरीजों के परिजन ने सड़क जाम कर दिया है.
प्रभारी निदेशक ने झामुमो नेता पर उठाया हाथ
झामुमो नेता अंतु तिर्की मरीजों के परिजनों के साथ रिम्स के प्रभारी निदेशक के पास हड़ताल खत्म कराने और तत्कालिक व्यव्स्था दुरुस्त करने की मांग को लेकर पहुंचे थे. इस दौरान रिम्स के प्रभारी निदेशक ने झामूमो के अंतु तिर्की पर हाथ उठा दिया. गौरतलब है कि रिम्स निदेशक स्थिति को कंट्रोल कर पाने में पूरी तरह से नाकाम हो चुके हैं और भड़ास दूसरे पर निकाल रहे हैं.
क्या था मामला
रिम्स के मेडिकल विभाग में भर्ती महिला मरीज गीता देवी की शुक्रवार देर रात मौत हो गई थी. जिसके बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि इंजेक्शन देने के कुछ देर बाद ही मरीज की मौत हो गयी. इसी को लेकर मृतका के परिजन और नर्सों के बीच मारपीट हुई थी. जिसे लेकर नर्सें हड़ताल पर चली गयीं हैं और इमरजेंसी सेवा भी ठप कर दी गयी है
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