रामगढ़: मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने राज्य के वरीय पदाधिकारियों को निदेश दिया कि देश के प्रमुख धार्मिक तीर्थ स्थल के रूप में माँ छिन्नमस्तिके धाम, रजरप्पा को विकासित करने हेतु हर संभव प्रयास करें. रांची से रजरप्पा की दूरी भी कम है इसलिए वे सब परिवार छुटटी के दिनों में भी यहां आकर पर्यटन विकास काम को देखें. उन्होंने कहा कि तिरूपति के तर्ज पर यहां राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार धार्मिक पर्यटन की मूलभूत सुविधाऐं विकसित की जानी हैं. जिसका प्रथम चरण इस साल के अन्त तक पूरा कर लिया जाना है. इसके बाद तुरन्त दूसरे फेज का काम शुरू होगा. उन्होंने कहा कि आने-वाले श्रद्धालुओं के लिए पूजा-अर्चना की प्रणाली निर्धारित कर दें. साथ ही, प्रसाद ग्रहण एवं भोजनादि के लिए अलग से लंगर की सुचारू व्यवस्था कराऐं. लंगर में सुबह-शाम दो समय के भोजन एवं नाश्ते का समुचित प्रबंध रखना होगा.खाद्य सामग्रियों एवं प्रसाद के मामले में स्वच्छता की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. इसके लिए खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता जांच की प्रणाली पूर्व में ही विकसित कर लें. उन्होंने कहा कि प्रसाद एवं भोजन के लिए मूल्य तय होना चाहिए, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो. बिक्री के लिए भी खाद्य सामग्रियों की गुणवता एवं शुद्धता की जांच की व्यवस्था रहे, साथ ही मूल्य भी निर्धारित हो. मुख्यमंत्री आज रामगढ़ परिसदन में मां छिन्नमस्तिका धाम, रजरप्पा को विकसित किए जाने के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां छिन्नमस्तिके धाम,रजरप्पा के सम्पूर्ण परिसर को रमणीक स्थल के रूप में विकसित किया जाना है ताकि स्वाभाविक रूप से पर्यटक यहां आने के प्रति आकर्षित हो. क्यू कॉम्पलेक्स में भी यात्री सुविधाओं के साथ-साथ स्वस्थ मनोरंजन की ऐसी व्यवस्था रखें ताकि पर्यटकों को किसी भी क्षण यात्रा बोझिल न लगे. उन्होंने कहा कि रामगढ़ जिला प्रशासन के द्वारा दर्शन मार्ग में अवस्थित दुकानों को वहां से हटवाकर कहीं दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा. इसके अलावा दामोदर नदी पर झूला पुल एवं भैरवी नदी पर भी पुल बनाया जाना है. यात्रियों की सुविधा के लिए अमानती सामान घर की व्यवस्था रहेगी ताकि लोग अपने सामानों को सुरक्षित रखकर पूजा-अर्चना एवं भ्रमण कर सकेगें. सभी कार्यों में गुणवता से किसी प्र्रकार का समझौता नहीं होगा. इसके लिए सभी संबंधित पदाधिकारियों को समय-समय पर आकर निर्माण कार्य का स्वयं पर्यवेक्षण करना है.
बैठक में उपायुक्त रामगढ़ श्रीमती राजेश्वरी बी. ने कहा कि परिसर से अतिक्रमण हटाने एवं तकनीकी पदाधिकारियों एवं निर्माणकर्ता एजेन्सी से नियमित समन्वय के लिए जिला प्रशासन के द्वारा एक नोडल आफिसर की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है ताकि किसी भी समस्या की स्थिति में वे वरीय पदाधिकारियों के साथ सम्पर्क कर तत्काल कार्रवाई करें. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव, पर्यटन, कला संस्कृति,खेल-कूद एवं युवाकार्य विभाग डॉ मनीष रंजन,सचिव पथ निर्माण श्री के.के. सोन, सचिव कृषि-पशुपालन मत्स्य एवं सहकारिता श्रीमती पूजा सिंघल, एडीजी श्री आर. के. मल्लिक, उपायुक्त रामगढ़ श्रीमती राजेश्वरी बी., हजारीबाग के एस.पी. श्री अनीश गुप्ता, वन विभाग के श्री संजय कुमार सहित सभी विभागों से संबंधित वरीय पदाधिकारिगण उपस्थित थे.
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