लोहरदगा जिला के कुडू प्रखंड अंतर्गत आईटीआई क्वॉरंटाइन सेंटर में मजदूरों के लिए समुचित सुविधाएं भी नहीं है। सोने के लिए बेड के बजाए चटाई और दरी उपलब्ध कराया गया है। खाने के लिए दाल-चावल और सोयाबीन की सब्जी। ना तो लाइट की समुचित व्यवस्था है और ना ही गर्मी से बचने के लिए पंखा की सुविधा। छोटे बच्चों को भी जमीन में ही सुलाना पड़ रहा है। इन तमाम समस्याओं को लेकर स्थानीय मजदूरों ने शुक्रवार की सुबह जमकर विरोध किया। इस सेंटर में वर्तमान में कुल 38 मजदूर रह रहे हैं। तमाम समस्याओं को लेकर मजदूरों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। विरोध की सूचना मिलने पर कुडू प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोरंजन कुमार शुक्रवार को मौके पर पहुंचे। बीडीओ के सामने ही मजदूरों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
वर्तमान में रखे गए हैं 38 प्रवासी मजदूर, मजदूरों ने किया विरोध
मजदूरों ने कहा कि यहां पर मोबाइल चार्ज करने के लिए सुविधा भी नहीं है। कई लोगों ने खाना भी नहीं खाया। सोने के लिए बेड की मांग की गई तो चटाई और दरी दे दिया गया। ऐसी स्थिति में छोटे बच्चों को भला कैसे रखा जाएगा। चुपचाप जांच के नाम पर यहां लाकर छोड़ दिया गया है। हालाकी प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मजदूरों को समझाने का प्रयास किया।
इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोरंजन कुमार का कहना है कि निर्देश के अनुसार ही मजदूरों के लिए चटाई और दरी उपलब्ध कराया गया है। उन्हें भोजन कराया गया था। बिजली आपूर्ति में समस्या होने की वजह से जनरेटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई। हालांकि सभी कमरों में पंखा और सभी स्विच बोर्ड में मोबाइल चार्जिंग की सुविधा नहीं थी। फिर भी सरकार के निर्देश के अनुसार जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। मजदूरों ने बेवजह का बवाल किया है। मजदूर के परिजन खाना लेकर आए हुए थे, जब उस खाने की जांच की गई तो मजदूर भड़क गए। इसी बात को लेकर उन्होंने विवाद किया है।
|