दूरदर्शन हर दिन एक घंटे का प्रसारण निशुल्क करेगा, जबकि दो घंटे के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद से 12 हजार और 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ 14,160 रुपए प्रतिदिन के आधार पर लेगा।
सोमवार से शुक्रवार तक हर रोज दो शिफ्ट में होगा डिजिटल पाठ, कोरोना की वजह से स्कूल बंद होने पर विभाग की पहल
रांची. सरकारी स्कूल के बच्चे दूरदर्शन पर पढ़ाई करेंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इस संबंध में दूरदर्शन के साथ करार किया है। यह पढ़ाई 11 मई से 10 जून तक लगातार जारी रहेगी। नियमित रूप से सोमवार से शुक्रवार तक प्रतिदिन दो पालियों में तीन घंटे तक पढ़ाई होगी। कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूलों के बंद होने पर विभाग ने यह पहल की है। सरकारी स्कूलों के बच्चों को दूरदर्शन के माध्यम से डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराए जाएंगे। बुधवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और दूरदर्शन के बीच करार हुआ। जेईपीसी के राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह और दूरदर्शन के प्रतिनिधियों के बीच यह एकरारनामा हुआ।
स्कूली बच्चों के लिए सोमवार से शुक्रबार तक हर दिन तीन घंटे तक दूरदर्शन में डिजिटल कंटेंट का प्रसारण होगा। सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दोपहर एक बजे से दो बजे तक इसका प्रसारण किया जाएगा। दूरदर्शन हर दिन एक घंटे का प्रसारण निशुल्क करेगा, जबकि दो घंटे के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद से 12 हजार और 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ 14,160 रुपए प्रतिदिन के आधार पर लेगा। एक महीने में 2,83,200 रुपए का भुगतान दूरदर्शन को किया जाएगा। दूरदर्शन को कंटेंट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी जेईपीसी ने डॉक्टर अभिनव कुमार और जेसीईआरटी के कीर्तिवास कुमार को दी गई है। साथ ही, दूरदर्शन के निदेशक से भी नोडल पदाधिकारी मनोनित करने की मांग की गई है। जेईपीसी के राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने डिजिटल कंटेंट तैयार कराने के लिए 6 लोगों की तकनीकी समिति भी गठित की है।
दूरदर्शन में पढ़ाई का शिड्यूल
10 से 10:30 बजे तक : यूनिसेफ द्वारा तैयार मीना मंच और जीवन कौशल आधारित प्रसारण
10:30 बजे से 11 बजे तक : पहली से पांचवी के लिए प्रसारण
11:00 बजे से 12 बजे तक : छठी से नौवीं और 11वीं कक्षा के लिए प्रसारण
एक बजे से दो बजे तक : 10वीं और 12वीं के लिए प्रसारण
यूट्यूब पर भी होगा प्रसारण
दूरदर्शन पर होने वाले प्रसारण को यूट्यूब पर भी प्रसारित किया जाएगा ताकि अधिक संख्या में छात्र-छात्राएं इसका लाभ उठा सकें साथ ही सभी लोकल केबल नेटवर्क वालों को भी दूरदर्शन के चैनल को निशुल्क प्रसारित करने को कहा गया है। दूरदर्शन के जरिए उपलब्ध कराए जाने वाले डिजिटल कंटेंट की जानकारी दूरदर्शन और आकाशवाणी के माध्यम से दी जाएगी।
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