झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने लॉकडाउनमें झारखंड के बाहर देश के दूसरे प्रदेशों में फंसे अपने मजदूर प्रवासी भाइयों एवं छात्रों के झारखंड वापसी की पहल ओर प्रयास शुरू कर दी है | इस सिलसिले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देश के गृह मंत्री अमित शाह के साथ बातचीत की मुख्यमंत्री ने बतलाया गृह मंत्री जी के साथ बात सकारात्मक रही | पूरे देश के कोने कोने में 9 लाख से अधिक झारखंड वासी फंसे हुए हैं जिन्हें झारखंड सरकार स्पेशल ट्रेन चलाकर झारखंड वापस लाना चाहती है एवं कोटा में फंसे छात्रों के साथ साथ देश के विभिन्न राज्यों के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे फसे छात्रों को भी सरकार अपने घर झारखंड वापस लाना चाहती है | इसके लिए केंद्र सरकार से परमिशन के साथ मदद की मांग की गई है| सोमवार 27 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी की वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा बात होने वाली है, बातचीत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से मुख्य मुद्दा झारखंड की परिस्थिति के साथ कोविड-19 लॉकडाउन की समय सीमा के साथ झारखंड के बाहर फंसे मजदूर प्रवासी भाइयों एवं छात्रों की वापसी पर विशेष रूप से बात की जाएगी | झारखंड सरकार कोटा एवं अन्य राज्यों में फंसे छात्रों के ट्रांसपोर्टिंग में आने वाले खर्च को भी वहन करने के लिए तैयार है, अब यह मुद्दा चार पांच राज्यों से जुड़ी हुई है क्योंकि इन राज्यों कि सीमाओं को पार कर ही लोग झारखंड वापस आ सकते हैं इसलिए इस पर केंद्र सरकार की सहमति अहम मायने रखती है अब झारखंड के बाहर फंसे झारखंड के प्रवासी भाइयों एवं छात्रों की वापसी केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ऊपर निर्भर करता है।
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