चाईबासा संवाददाता। आज कल इन दिनों भारतीय जनता पार्टी में संगठन को तोड़ने का कार्य किये जाने का कारोबार जोरों पर है. वहीं पश्चिमी सिंहभूम जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्र नंदी के हठ रवैये के कारण आये दिन संगठन तुट रहा है.तथा वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी आदिवासी व हरिजन बिरोधी पार्टी बन गई है. वहीं आने वाला नगर निकाय चुनाव में पता चलेगा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला में भाजपा कितना मजबूत एवं जनाधार में है.उक्त बातें जिला परिषद सदस्य सह भाजपा अनुसूचित जाति जनजाति के तत्कालिन महामंत्री और वर्तमान में जेविएम नेता शंभू हाजरा नें जिलाध्यक्ष श्री नंदी के बिरूद्व मोर्चा खोलते हुए कहा. श्री हाजरा ने कहा कि मैं जिलाध्यक्ष दिनेशचंद्र नंदी के बरताव और पार्टी बिरुद्व कार्य करने के चलते भाजपा छोड़ा हुं.मुझे क्या निकालेगा, यह कहावत तो वैसे चरितार्थ हो रही है कि खिसायानी बिली खंभा नोचे जैसे वाली बात दिनेश चंद्र नंदी कह रहे है. श्री हाजरा ने कहा कि जब से भाजपा पश्चिमी सिंहभूम का जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्र नंदी बने है.तबसे जिले में संगठन जोड़ने के बजाय तोड़ने का काम जोरों पर चल रहा है.हाल ही में तीन प्रखंड के प्रखंडध्यक्ष एवं चाईबासा नगर अध्यक्ष सन्नी पासवान को अपने तानाशाही रवैये अपनाते हुए हटा दिया.और उन पदों पर अपने चहेते एवं चापलूसों का टीम बना कर अपनी मंशा कि पूर्ति की जा रही है.और जिलाध्यक्ष का स्तर इतना उंचा हो गया कि जिले के किसी भी कार्यकर्ता का फोन नहीं उठायी जाती है.वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी का क्या हालत है जिले में किसी से छिपा नहीं है.भारतीय जनता पार्टी जिला में सिर्फ दिनेशचंद्र नंदी पार्टी बन कर रह गई है.जिससे चार पांच व्यक्ति मुख्य भूमिका में नजर आ रहें हैं.हाल ही में सन्नी पासवान का ब्यान आया था और बात भी सही है कि पश्चिमी सिंहभूम जिला भाजपा आदिवासी हरिजन बिरोधी पार्टी बन गई है.आने वाला नगर निकाय का चुनाव में पता चल जायेगा कि जिला भाजपा कितना मजबूत एवं जनाधार है.रही बात सारण्डा मंडल अध्यक्ष मधूसूदन तुबिड कि हालिया ब्यान कि मै बता देना चाहता हूं कि मैं अपने बल पर जिला परिषद सदस्य चुनाव लड़े थे और मुझे मतदाता पसंद किया और मुझे जीत दर्ज करवायी और आज भी मैं ग्रामीण मतदाता जनता के बीच रहता हूं.और जनता कि आवाज बन कर बुनियादी कार्यो पर तत्पर रहता हूं.साथ ही जनता को मौलिक अधिकार हक एवं अधिकार कि लड़ाई में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहा हूं.आलोचक अपनी गिरेबां में झांके कि मेरी कदम ताल किधर लूढक रही है.विकास के सबंध मे मैं अकेला जिला परिषद सदस्य हूं कि जिला योजना बैठकों में पूरे हलचल मचा कर रखता हूं.किसी को शक है तो कभी जिला योजना बैठक में आयें और वस्तु स्थिति से अवगत हो लें.मै किसी विकास कार्य को रोकता नहीं हूं.बल्कि गुणवक्तापूर्ण कार्य करने का दबाब बनाता हूं.क्षेत्र में विकास कार्यो में वाहन के संवेदक किस तरह विकास कार्य करके निकल लेता है वे किसी से छुपा नहीं है.आलोचकगण होश हवाश में रह कर सोच समझ कर ब्यान दिया करें.