रांची : झारखंड में बिजली की लचर आपूर्ति से जनता परेशान है. डीवीसी कमांड एरिया के जिलों को छोड़ कर 11 जिलों में 10-10घंटे तक की लोड शेडिंग हो रही है. इसका असर जनजीवन पर पड़ रहा है. उद्योग व व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं. इसका मुख्य कारण मांग के अनुरूप बिजली की उपलब्धता नहीं होना बताया जा रहा है. कोयले की कमी से टीवीएनएल की एक यूनिट बंद हो गयी है. इस कारण 170मेगावाट कम बिजली का उत्पादन हो रहा है. सिर्फ यूनिट नंबर दो से 206मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. वहीं, आधुनिक पावर प्लांट की एक यूनिट भी तकनीकी खराबी के कारण बंद है. इस कारण 80मेगावाट कम बिजली मिल रही है. आधुनिक की दूसरी यूनिट से 103मेगावाट बिजली मिल रही है. बिजली संकट को देखते हुए पानी के कारण बंद सिकिदिरी हाइडल प्रोजेक्ट को भी 12 दिसंबर की शाम दो घंटे (छह से आठ बजे) के लिए चालू किया गया . इससे 102मेगावाट बिजली मिल रही है. रात आठ बजे के बाद इसे नहीं चलाया जा सकता. राज्य में डीवीसी कमांड एरिया को छोड़कर 1200से 1250मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ती है. पर उत्पादन 1000से 1100मेगावाट बिजली ही हो पा रही है. पूरे राज्य में 220 से 300 मेगावाट बिजली की कमी की भरपाई लोड शेडिंग कर पूरी की जा रही है. हालांकि शाम छह बजे के बाद से 170मेगावाट की लोड शेडिंग की जा रही थी. वितरण निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बिजली की कमी को देखते हुए पावर एक्सचेंज से अतिरिक्त 70मेगावाट बिजली 12दिसंबर से खरीदने का निर्णय लिया गया है. लगभग 3.20रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी जायेगी. आज शाम से बिजली आपूर्ति ठीक होने का अनुमान है |