राज्यसभा में झारखंड की दो सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। दो सीटों के लिए तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने समीर उरांव और प्रदीप संथालिया को मैदान में उतारा है। वहीं यूपीए की ओर से कांग्रेस के धीरज प्रसाद साहु चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों सीटें फिलहाल यूपीए के कब्जे में हैं। एक सीट झामुमो और दूसरी कांग्रेस की थी।
राज्यसभा चुनाव के लिए बनाए गए रिटर्निंग ऑफिसर विधानसभा के प्रभारी सचिव विनय कुमार सिंह के मुताबिक मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। शाम पांच बजे के बाद मतों की गिनती शुरू होगी। राज्य के 80 विधायक मतदान में भाग लेंगे। चुनाव को लेकर गुरुवार देर शाम सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों की बैठकें हुईं। चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। क्या है गणित: तीन उम्मीदवारों के मैदान में उतरने के कारण एक उम्मीदवार को वैध मतों की एक तिहाई जीत के लिए जरूरी मतों की संख्या होगी। यानी 27 वोट लाकर एक उम्मीदवार पहली वरीयता में चुनाव जीतेगा। इस गणित को देखें तो भाजपा के लिए एक सीट और विपक्ष के लिए एक सीट पर जीत सहज दिखाई देती है। लेकिन क्रास वोटिंग या दलीय-निर्दलीय विधायकों के पाला बदल से परिणाम में उलट-फेर हो सकता है।
भाजपा के पास एक सीट जीतने के लिए पयार्प्त वोट हैं। अपने और आजसू विधायकों को मिलाकर उसके पास 47 वोट हैं। एक सीट पर जीत के लिए प्रथम वरीयता में 27 वोट चाहिए। इस तरह 20 वोट अतिरिक्त हैं। जय भारत समानता पार्टी, नौजवान संघर्ष मोर्चा और झारखंड पार्टी के तीन वोट जोड़ दें तो 23 हो जाते हैं। भाजपा इस आस में है कि विपक्षी खेमा में सेंधमारी हुई तो चार और वोट जुड़ सकते हैं। इसलिए भाजपा ने पहली सीट पर जनजातीय उम्मीदवार समीर उरांव और दूसरी पर कारोबारी प्रदीप संथालिया को उतारा है।
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