महिलाओं को मछली पालन के लिए केवल एक रुपए में तालाब की लीज मिलेगी। इसका मकसद प्रदेश की नीली क्रांति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है। उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आजीविका महिला सम्मेलन में कही। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) ने इसका आयोजन धुर्वा के नेहरू स्टेडियम में किया था। मुख्यमंत्री ने सखी मंडल की महिलाओं से कहा कि उन्हें मछली बेचने की चिंता नहीं करनी है। यह सरकार करेगी। सरकार आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग के लिए 21 करोड़ की सेनेटरी नेपकिन बनाने का काम भी सखी मंडल को देने वाली है। वनोत्पादों के भंडारण के लिए सरकार गोदाम बना रही है। उन्होंने शौचालय निर्माण में महिलाओं के योगदान की भी सराहना की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री झारखंड को 2018 में खुले में शौच से मुक्त कराने का संकल्प याद दिलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए रेडी टू ईट आहार तैयार करने का काम ग्रामीण महिलाओं को दिया जाएगा। इससे प्रदेश की 10 हजार ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा। मिड डे मील के लिए अंडा आपूर्ति भी ग्रामीण महिलाएं ही करेंगी। ग्रामीण महिलाएं स्कूल को सीधे अंडा बेच सकती हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड की इमली के थाईलैंड, मलेशिया, दुबई और हांगकांग में निर्यात करने की घोषणा की। उन्होंने महिला संघों की ओर से उत्पादित बिना बीज वाली इमली के झारखंडी ब्रांड झारस्वाद को लांच किया। आयोजन के दौरान ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिहं मुंडा ने कहा कि झारखंड की आधी आबादी को पूरी अर्थव्यवस्था का भागीदार बनाया जाएगा। इसके बिना हम प्रदेश को आगे नहीं बढ़ा सकते हैं। झारखंड को विकास पर ले जाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना ही होगा। ग्रामीण विकास सचिव अविनाश कुमार ने भी समारोह को संबोधित किया।
आजीविका महिला सम्मेलन के मौके पर झारखंड स्टेट लाइवलीहुड सोसाइटी के माध्यम से रोजगार पाने वाली महिला सुरक्षा गार्डों की बड़ी संख्या थी।
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