उत्तर प्रदेश के बांदा में एक बार फिर जीआरपी सिपाहियों का क्रूर चेहरा सामने आया है, शनिवार रात महोबा से लौट रहे खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को पहले ट्रेन में मारा-पीटा गया, फिर लॉकअप में बंद कर दिया। न्यूज एजेंसी आईएनएस के मुताबिक इन छात्र-छात्राओं के कोच रामदेव ने बताया कि 50 खिलाड़ी छात्र-छात्राओं के साथ मंडलस्तरीय खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर महोबा से बांदा-झांसी पैसेंजर ट्रेन में सवार होकर बांदा लौट रहे थे, इस बीच पैसेंजर ट्रेन में नशे में धुत्त राजकीय रेलवे पुलिस के जवान बोगी के अंदर सीट खाली करने के बहाने छात्राओं के साथ बदसलूकी करने लगे। विरोध करने पर छात्र और छात्राओं के साथ मारपीट भी की। रात लगभग 10.30 जब ट्रेन बांदा स्टेशन पहुंची तो सिपाहियों ने अपने एक दर्जन सिपाही साथियों को बुला लिया और बोगी से सभी छात्र-छात्राओं को बाहर घसीट कर स्टेशन में बुरी तरह से मारपीट करने के बाद छात्रों को जीआरपी थाने के लॉकअप में बंद कर दिया।
उन्होंने आगे बताया कि मारपीट में करीब दो दर्जन खिलाड़ियों को चोंटे आई हैं। रात में ही पुलिस अधीक्षक से भेंट कर आवश्यक कार्रवाई करने की अर्जी दी गई है। कोच ने बताया कि सभी खिलाड़ी छात्र-छात्राएं डीएवी इंटर कॉलेज और बजरंग इंटर कॉलेज के थे, जिन्हें दो दिन बाद कानपुर में आयोजित होने वाली एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने जाना था। यदि जीआरपी सिपाहियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं होती तो कोई खिलाड़ी कानपुर नहीं जाएगा। वहीं, जीआरपी थाना बांदा के प्रभारी निरीक्षक पीएल प्रजापति ने कहा कि छात्र-छात्राओं ने ही ट्रेन में सीट को लेकर उपद्रव किया है, जीआरपी सिपाहियों ने किसी के साथ मारपीट नहीं की है।
न्यूज एजेंसी आईएनएस
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