समय न्यूज़ 24 डेस्क
नई दिल्ली: चीन के बुहान चला कोरोना का जनलेवा विषाणु तकरीबन पांच महीने से दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए दुनियाभर में लॉकडाउन है या फिर लॉकडाउन जैसे हालात हैं। लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं और कोरोना से बचने की कवायद में जुटे हैं। इन सबके बावजूद कोरोना ने दुनियाभर में लाखों जिंदगियां तबाह कर दी है। हर रोज हजारों की तादाद में लोगों की मौत हो रही है। हरतरफ से एक से एक बुरी खबरें और कहानी सामने आ रही है।ऐसी ही एक और कहानी उत्तर प्रदेश के रामपुर से सामने आई है। यहां एक बेटा जो दुबई में अपनी नौकरी छोड़कर अपनी बीमार मां के साथ वक्त बिताने आया है लेकिन नियमों के तहत क्वारंटीन में रहने के दौरान ही मां चल बसीं। ये घटना दिल तोड़ने वाली है। दुख इसलिए भी कि क्वारंटीन की अवधि खत्म ही होने वाली थी।
दुबई बतौर प्रॉडक्ट कंसल्टेंट काम करने वाले 30 साल के आमिर खान के मां की मौत शनिवार को हो गई। वो मां की अंतिम संस्कार में हिस्सा भी नहीं ले पाया। 13 मई को दुबई से लौटे आमिर दिल्ली के एक होटल में बने क्वारंटीन सेंटर है और उसका क्वारंटीन जल्द ही खत्म होने वाला है। क्वारंटीन में होने की वजह से उसे रामपुर जाने की अनुमति नहीं मिली।
आमिर का कहना है कि बड़ी मुश्किल से वह दुबई से दिल्ली पहुंचा। कोरोना की वजह से उसे दिल्ली के एक होटल में 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन होना पड़ा। इसके कुछ दिनों बाद उसे फोन पर मां के गुजर जाने की खबर मिली। क्वारैंटाइन में होने की वजह से वह मां की अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाया।
आमिर का कहना है कि वह मार्च में आना चाहता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा गया। जब दूतावास से इजाजत मिलने के बाद भारत आने की इजाजत मिली तो मैंने अपने ऑफिस में इसकी सूचना दी। यह जानने के बावजूद कि भारत आने पर 14 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड बिताना होगा, वरिष्ठ अधिकारियों ने केवल 20 दिन की छुट्टी दी। इसके बाद मैंने जॉब छोड़ने का फैसला किया और वापस आ गया। मुझे नहीं पता था कि मेरी मां के पास बहुत कम वक्त बचा है।
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