समाजवादी पार्टी नेता आजम खान को एक और झटका लगा है। चुनाव आयोग ने एक बार फिर से उनके चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है। चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए आजम खान को बुधवार सुबह 6बजे से शुरू होने वाले चुनाव प्रचार के लिए 48घंटे के लिए रोक दिया है। इससे पहले उन पर 3दिन के लिए रोक लगी थी।
आजम खान पर चुनाव आयोग के अधिकारियों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने और सांप्रदायिक टिप्पणियां करने के मामले में पाबंदी लगी है। आयोग का मानना है कि आज़म खान ने अपने सार्वजनिक भाषणों में जिला चुनाव मशीनरी के खिलाफ और धार्मिक तर्ज पर अत्यधिक भड़काऊ भाषण दिया है, जिसमें चुनावों को ध्रुवीकरण करने की प्रवृत्ति है, जो केवल उस क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है जहां बयान दिया गया है, बल्कि इस डिजिटल युग में सूचना के तेजी से प्रसार के कारण अन्य भागों में भी इसकी पहुंच है।
आजम खान ने इससे पहले भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके लिए उन्हें 72 घंटे तक प्रचार करने से रोक दिया गया था। रामपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए खान ने जयाप्रदा का नाम लिए बगैर कहा, 'उसने आप लोगों का 10 वर्षों तक प्रतिनिधित्व किया। रामपुर, उत्तर प्रदेश और भारत के लोगों को उसकी असलियत समझने में 17 साल लग गए लेकिन मैं 17 दिनों के भीतर समझ गया कि वह खाकी अंडरवियर पहनती है।' रामपुर में 23 अप्रैल को मतदान हो गया।
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