प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा के फंडिंग नेटवर्क से जुड़े बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एटीएस ने यूपी के गोरखपुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़ व लखनऊ, मध्य प्रदेश के रीवां और बिहार के गोपालगंज से कुल 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से नकद 52 लाख रुपये समेत बड़ी मात्रा में अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
एटीएस के आईजी असीम अरुण ने रविवार को डीजीपी मुख्यालय सभागार में बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में इस गिरोह के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एटीएस को पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैय्यबा के एक आतंकी द्वारा भारत में आतंकी फंडिंग का नेटवर्क संचालित किए जाने के बारे में खुफिया सूचना मिली थी। जांच के दौरान 24 मार्च को गोरखपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़ व रीवां में छापे मारे तो कई साक्ष्य मिले। साक्ष्यों के आधार पर 10 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पाकिस्तान स्थित व्यक्तियों के लिए अपराध करना स्वीकार भी किया है। इस संबंध में एटीएस के लखनऊ स्थित थाने में दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। एटीएस को अभियुक्तों के कब्जे से 52 लाख रुपये नकद, भारी मात्रा में एटीएम डेबिट कार्ड, 6 स्वैप मशीनें, मैगनेटिक कार्ड रीडर, तीन लैपटॉप, मोबाइल फोन, एक देशी पिस्टल व 10 कारतूस, बड़ी संख्या में अलग-अलग बैंकों के पासबुक व चेकबुक तथा कूटरचित प्रपत्र बनाने की सामग्री मिली है। एटीएस के आईजी ने बताया कि एएसपी राजेश साहनी व डीएसपी मनीष सोनकर की टीमों ने यह नेटवर्क पकड़ा है।
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