रामनवमी के जुलूस को केंद्र कर रानीगंज वार्ड संख्या 89 अंतर्गत के राजाबांध मोड़ पर हंगामा हो गया. राजाबांध मोड़ पर सोमवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान गाना बजाये जाने के मुद्दे पर दो गुटों के बीच हुए विवाद व संघर्ष के बाद पूरा इलाका एक तरह से युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया.
जिससे नरेश मंडल की मौत हो गयी, जबकि पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) अरिंदम दत्त चौधरी के हाथ की अंगुलियां बम विस्फोट में उड़ गयी. पुलिसकर्मियों सहित दोनों गुटों के 40 से भी अधिक व्यक्ति घायल हो गये. शिवमंदिर मोड़ पर एक दर्जन से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की गयी. दो दर्जन दुकानों में आग लगा दी गयी. घंटों दोनों गुटों के बीच पथराव तथा बमबाजी होती रही. सब्जी मंडी में आग लगा दी गयी. एतवारी मोड़, बड़ा बाजार में कई दुकानों में आग लगायी गयी. उपद्रवियों ने घंटों तांडव किया. स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया. जनता के हमले में दमकल का एक इंजन क्षतिग्रस्त हो गया और दो मोटरसाइकिलें जला दी गयी. हील बस्ती का कोडापाड़ा के निवासी आतंक से पलायन करने पर मजबूर हुए.
मेयर जितेंद्र तिवारी, जिला शासक शंशाक सेठी, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा, उप मेयर तबस्सुम आरा, प्रलय राय चौधरी, एडीसीपी (सेंट्रल) सायक दास, पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) अभिषेक मोदी पहुंचे एवं स्थिति को नियंत्रण करने का प्रयास किया. श्रम सह विधि-कानून मंत्री मलय घटक तथा केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो भी रानीगंज पहुंचे.
पुलिस आयुक्त मीणा ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है. उपद्रवियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि रामनवमी को लेकर राज्य में दो दिन से हिंसा हो रही है.
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